इधर देखो उधर देखो,
हो नहीं जाये हादसा,
तुम हर तरफ देखो।
देखो पृथ्वी देखो आकाश,
हर ओर कीजिए दृष्टि पात।
कर दीजिये अबिलम्ब वार,
देश का दुश्मन अगर देखो।
ओ वीर सैनिक देश के रक्षक,
कर न दे घात कोई आस्तीन का तक्षक।
कर दो तुरंत नेस्तनाबूद,
कुछ संदिग्ध अगर देखो।
हो नहीं जाना तुम हैरान,
नहीं हो जाना परेशान।
दोस्ती की आड़ में,
दुश्मनी अगर देखो।
तुम रहना सतर्क और सावधान,
तिरंगे का हो नहीं जाये अपमान।
सीधा कर देना देश का झंडा,
कभी झुका अगर देखो।
जयन्ती प्रसाद शर्मा "दादू "
चित्र गूगल साभार
हो नहीं जाये हादसा,
तुम हर तरफ देखो।
देखो पृथ्वी देखो आकाश,
हर ओर कीजिए दृष्टि पात।
कर दीजिये अबिलम्ब वार,
देश का दुश्मन अगर देखो।
ओ वीर सैनिक देश के रक्षक,
कर न दे घात कोई आस्तीन का तक्षक।
कर दो तुरंत नेस्तनाबूद,
कुछ संदिग्ध अगर देखो।
हो नहीं जाना तुम हैरान,
नहीं हो जाना परेशान।
दोस्ती की आड़ में,
दुश्मनी अगर देखो।
तुम रहना सतर्क और सावधान,
तिरंगे का हो नहीं जाये अपमान।
सीधा कर देना देश का झंडा,
कभी झुका अगर देखो।
जयन्ती प्रसाद शर्मा "दादू "
चित्र गूगल साभार
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